Ujjayi pranayama ke fayde

उज्जायी शब्द का अर्थ होता है विजयी या जितने वाला इस प्राणायाम अभ्यास से वायु को जीता जाता है अर्थात उज्जायी प्राणायाम से हम अपनी साँसों पर विजय पा सकते  है अंग्रेजी में इस प्राणायाम को  victorious breath कहा जाता है इस प्राणायाम को करते  समय  समुद्र  के प्रकार ध्वनी आती है इसीलिए इसको ocean breath के नाम से भी जाना जाता है

# उज्जायी प्राणायाम करने की विधि :-

  • सबसे पहले  पघासन में या सुखासन की स्थिति में बैठ जाएँ |
  • अब अपनी नाक से साँस को अंदर की और इतना खींचे की हवा फेफड़ो में भर जाये |
  • जितनी देर हो सके हवा को अंदर रोके रखे |
  • फिर नाक के दाहिने छिद्र (भाग) को बंद करके बाँये छिद्र (भाग) से धीरे-धीरे वायु को बाहर निकाले |
  • वायु को खीचते  या निका लते समय हल्के घरीटो या समुद्र  के पास से आने वाली ध्वनी जैसी आवाज निकले  |
  • इसका अभ्यास कम से कम 10 मिनट तक करे |

# उज्जायी प्राणायाम से मानसिक स्वाथ्य पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव :-

  • अनिद्रा की समस्या दूर करता है |
  • आटोमेटिक नर्वस सिस्टम में इजाफा करता है |
  • ध्यान केन्द्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है |
  • मस्तिष्क से गर्मी को दूर करता है |
  • तनाव को दूर करता है |
  • मन शांत होता है |
  • माइग्रेन की समस्या को दूर करता है |
  • याददाश्त क्षमता दुरुस्त करता है |

# याद रखे

  • Hypersensitiveव्यक्ति को इस योग का अभ्यास नही करना चाहिए |
  • हृदय रोग के व्यक्ति इस प्राणायाम को बिना साँस रोके कर सकते है |      

 

 

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