- 27 Dec 2022
- Psy. Neha Sahu
Surya Namaskar
योग हमारे तन और मन दोनो को सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रखने मे मदद करता है। योग कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के होते हैं, किनà¥à¤¤à¥ सà¤à¥€ योग मे सूरà¥à¤¯ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¤• सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ योग है जो कि आपको शारीरि क व मानसि क à¤à¤µà¤® आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿ क रूप से सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रखता है। हम चाहे कोई वà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤® करें या न करें सूरà¥à¤¯à¤¨à¤®à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° करते हैं तो आपके सारे रोग à¤à¤•-à¤à¤• करके खतà¥à¤® होने लगते हैं।
चलिये जानते हैं की सूरà¥à¤¯à¤¨à¤®à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° हमारे मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ के लिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚ जरूरी है-
1. धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठये à¤à¤• बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ योग है।
2. सà¥à¤®à¤°à¤£ शकà¥à¤¤à¤¿ को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¤à¤¾ है।
3. आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ विकसित करता है
4. चिंता और तनाव को कम करता है।
5. अनिदà¥à¤°à¤¾ की समसà¥à¤¯à¤¾ को à¤à¥€ दूर करता है
6. आकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° को कम करता है।
7. à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ के लिठअचà¥à¤›à¤¾ है.
8. बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में हो रहे ADHD और altruism की समसà¥à¤¯à¤¾ के लिठउपयोगी है।
अब बात करते हैं सूरà¥à¤¯ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° के 12 सà¥à¤Ÿà¥‡à¤ªà¥à¤¸ की इनà¥à¤¹à¥‡ कर सकते हैं-
सरà¥à¤¯à¥‚ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° करने से पहले बॉडी को वारà¥à¤® अप जरूर करें उसके लिठआप जॉगिगं , सूकà¥à¤·à¥à¤® वà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤® करे।
1. पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤®à¤¾à¤¸à¤¨:- सूरज की तरफ चेहरा करके सीधे खड़े हों और दोनों को पैरों को मिलाà¤à¤‚, कमर सीधी रखें। अब हाथों को सीने के पास लाà¤à¤‚ और दोनों हथेलियों को मिलाकर पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® की अवसà¥à¤¥à¤¾ बनाà¤à¤‚।
2. हसà¥à¤¤à¤‰à¤¤à¥à¤¤à¤¨à¤¾à¤¸à¤¨:- पहली अवसà¥à¤¥à¤¾ में ही खड़े होकर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाकर सीधा रखें। अब हाथों को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® की अवसà¥à¤¥à¤¾ में ही पीछे की ओर ले जाà¤à¤‚ और कमर को पीछे की तरफ à¤à¥à¤•à¤¾à¤à¤‚।
3. पादहसà¥à¤¤à¤¾à¤¸à¤¨:- अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और आगे की ओर à¤à¥à¤•à¤¤à¥‡ हà¥à¤ हाथों से पैरों की उंगलि यों को छà¥à¤à¤‚। इस समय आपका सिर घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‹à¤‚ से मिला होना चाहिà¤à¥¤
4. अशà¥à¤µ संचालनासन:- धीरे-धीरे सांस लें और सीधा पैर पीछे की ओर फैलाà¤à¤‚। सीधे पैर का घà¥à¤Ÿà¤¨à¤¾ जमीन से मिलना चाहिà¤à¥¤ अब दूसरे पैर को घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ से मोड़ें और हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें। सिर को आसमान की ओर रखें।
5. दंडासन:- अब सांस छोड़ते हà¥à¤ दोनों हाथों और पैरों को सीधी लाइन में रखें और पà¥à¤¶-अप की पोजीशन में आ जाà¤à¤‚
6. अषà¥à¤Ÿà¤¾à¤‚ग नमसà¥à¤•à¤¾à¤° :- अब सांस लेते हà¥à¤ अपनी हथेलियों, सीने, घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‹à¤‚ और पैरों को जमीन से मिलाà¤à¤‚। इस अवसà¥à¤¥à¤¾ में रहें और सांस को रोकें। अब हथेलि यों को जमीन पर रखकर पेट को जमीन से मि लाते हà¥à¤ सि र को पीछे आसमान की ओर जितना हो सके à¤à¥à¤•à¤¾à¤à¤‚।
8. अधोमà¥à¤– शवासन:- इसे परà¥à¤µà¤¤à¤¾à¤¸à¤¨ à¤à¥€ कहा जाता है। इसके अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ के लि ठअपने पैरों को जमीन पर सीधा रखें और कूलà¥à¤¹à¥‡ को ऊपर की ओर उठाà¤à¤‚। सांस छोड़ते हà¥à¤ कंधों को सीधा रखें और सिर को अंदर की तरफ रखें।
9. अशà¥à¤µ संचालनासन:- धीरे-धीरे सांस लें और सीधा पैर पीछे की ओर फैलाà¤à¤‚। सीधे पैर का घà¥à¤Ÿà¤¨à¤¾ जमीन से मिलना चाहिà¤à¥¤ अब दूसरे पैर को घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ से मोड़े और हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें। सि र को आसमान की ओर रखें।
10. पादहसà¥à¤¤à¤¾à¤¸à¤¨:- अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और आगे की ओर à¤à¥à¤•à¤¤à¥‡ हà¥à¤ हाथों से पैरों की उंगलि यों को छà¥à¤à¤‚। इस समय आपका सिर घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‹à¤‚ से मि ला होना चाहिà¤à¥¤
11. हसà¥à¤¤à¤‰à¤¤à¥à¤¤à¤¨à¤¾à¤¸à¤¨:- पहली अवसà¥à¤¥à¤¾ में ही खड़े होकर अपने हाथों को सि र के ऊपर उठाकर सीधा रखें। अब हाथों को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® की अवसà¥à¤¥à¤¾ में ही पीछे की ओर ले जाà¤à¤‚ और कमर को पीछे की तरफ à¤à¥à¤•à¤¾à¤à¤‚। इस दौरान आप आधे चांद का आकार बनाà¤à¤‚गी। इस आसन को अरà¥à¤§à¤šà¤‚दà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¨ à¤à¥€ कहा जाता है।
12. पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤®à¤¾à¤¸à¤¨:- सूरज की तरफ चेहरा करके सीधे खड़े हों और दोनों को पैरों को मि लाà¤à¤‚, कमर सीधी रखें। अब हाथों को सीने के पास लाà¤à¤‚ और दोनों हथेलियों को मिलाकर पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® की अवसà¥à¤¥à¤¾ बनाà¤à¤‚.,
अब जानते हैं सूरà¥à¤¯à¤¨à¤®à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° किनको नहीं करना चाहिठ:-
1. जिनà¥à¤¹à¥‡ spine मे पà¥à¤°à¥‰à¤¬à¥à¤²à¤® हो।
2. Stomach मे injury हà¥à¤ˆ हो.
3. Harnia के रोगी को नहीं करना चाहिà¤à¥¤
4. Backbone में पà¥à¤°à¥‰à¤¬à¥à¤²à¤® होने पर à¤à¥€ नहीं करना चाहिà¤à¥¤