Paranoid / Delusional Disorder

वहम की बीमारी है डिल्यूशन डिसऑर्डर

 

रोहित को शक है की उसकी पत्नी का अफेयर चल रहा है। यह शक धीरे बढ़ता गया और फिर इतना बढ़ गया की उसने अपनी पत्नी पर निगरानी रखनी शुरू कर दी और उसका बाहर आना जाना बंद कर दिया। फिर भी उसे तसल्ली नहीं हुई और वो अपनी पत्नी की जान लेने पर उतारू हो गया।

 

एक लड़के ने एक लड़की पर तेजाब फेंक दिया क्योंकि उसे हमेशा से लगता था की वो लड़की उससे प्यार करती है जबकि दोनों आपस मे सिर्फ 1-2 बार ही मिलें है लेकिन लड़की ने इस बात से मना कर दिया।

 

इसी तरह कई लोग इस बात पर लोगो से लड़ पड़ते है क्योकि उन्हे लगता है की वो लोग उसके बारे मे गलत बोल रहे है और उनके खिलाफ साजिश रच रहे है लेकिन हकीकत मे ऐसा कुछ नहीं है।

 

आए दिन इस तरह की खबरे अखबारों और न्यूज़ चैनलो मे देखने सुनने को मिलती है। इस  शक की बीमारी को मनोविज्ञान मे Delusion(डिल्यूशन डिसऑर्डर) यानि भ्रम कहते है। Delusion गलत, कट्टर, और पक्के विश्वास से  बनी हुई सोच या विचार को कहते हैं जिसको मानने की  कोई वजह नहीं होती है और मरीज फिर भी उस सोच या विचार को पक्के विश्वास के साथ मानकर चलता हैं। वे उस खयाल के अलावा  कुछ ओर मानने के लिए तैयार ही नहीं होता। उन्हे लगता है की जो वो सोच रहे है या फिर कर रहे है वो सब सही है और बाकी सब गलत।

 

डिल्यूशन कई तरह के होते है – TYPES OF DELUSION

 

1) Delusion of control (नियंत्रण का भ्रम)– इसमें मरीज मे एक  ऐसा ग़लत विश्वास या सोच  बैठ जाती  है कि उसका मन,उसके विचार, emotions, feelings या बर्ताव(behavior) पर किसी दूसरे इंसान का कंट्रोल होता है।

 

2) Delusional jealousy(बेवफ़ाई का भ्रम)– मरीज को लगता है  कि उसके पति या पत्नी का किसी और से affair चल रहा है। अकसर इस Delusion से  भ्रमित इंसान “सबूतों” को बटोरने की कोशिश करता रहता है और जो वास्तव मे affair है ही नहीं उसको लेकर पति या पत्नी एक मे झगड़ा और शक बना रहता है।

 

3) Delusion of guilt or sin(खुद को आरोपी मानने का भ्रम) –  ऐसे भ्रम में मरीज पश्चाताप या अपराधी होने की ग़लत भावना का शिकार होता है। उदाहरण  के तौर पर उस इंसान को लगता है की सुनामी, भूकंप आने जैसी घटनाओ के लिए वह जिम्मेदार है क्योकि उसको ऐसा सपना आया था या फिर उन घटनाओ से पहले वो इसके बारे मे सोच रहा था।

 

4) Erotomania(ऐरोटमनी) – ये सोच रखना कि कोई इंसान उससे प्यार करता है। ऐसे इंसान को लगता है की किसी दूसरे इंसान ने  ख़ास तरीक़ों से, जैसे नज़रें मिलाकर, इशारे कर के, या फिर Telepathy से या प्रसार-, अपने प्यार का इज़हार किया है।

 

5) Grandiose delusions(भव्य भ्रम) – इसमे इंसान सोचता है की उसमें कुछ विशेष शक्तियां ,बहुत ताकत, जानकारी या क्षमताएं मौजूद है जो किसी दूसरे मे नहीं है। for example – ऐसा रोगी यह समझ लेता है की दुनिया उसका वजह से ही सुरक्षित है या फिर उसकी भी भगवान शिव की तरह तीन आंखे है। ऐसे इंसान अपने आपको celebrity या फिर famous scientist भी समझने लगते है जैसे की अल्बर्ट आइन्सटाइन, न्यूटन।

 

6) Delusion of mind being read(मन की बात को पढ़ने का भ्रम) – इसमे इंसान सोचता है की वो किसी के भी मन या दिमाग की बात आसानी से पढ़ सकता है।

 

7) Delusion of reference(संदर्भ का भ्रम) – इसमे इंसान को लगता है की उसके चारों तरफ़ होने वाली negative comments या  घटनाए उससे जुड़ी हुई है। उसे लगता है की TV और RADIO में भी उसके बारे में ही बातें हो रही हैं |

 

8) Somatic delusion(दैहिक भ्रम) – इसमे इंसान को बिना किसी वजह लगता है की वो बीमार है या फिर उसके शरीर के ऊपर कीड़े रेंग रहे है जबकि असली मे ऐसा कुछ नहीं होता।

 

9) Persecutory delusions(उत्पीड़न का भ्रम) – इसमे इंसान को लगता है की लोग उसके खिलाफ साजिश रच रहे है। पीछा किया जाना, जासूसी, गलियाँ देना, परेशान करना, धोखा देना, ज़हर देना, हमला होना, अड़चनें पैदा करना, चोरी या नशा करवाना, अपने ख़िलाफ़ साज़िश, जासूसी, हमला होना जैसे विषय शामिल हैं |

 

यह बीमारी दिमाग मे Dopamine नाम के एक Neurotransmitter की मात्रा बड़ जाने के कारण होती है। अगर आपके आस पास किसी इंसान मे ऐसे लक्षण दिखाई दे तो तुरंत उसके घर वालो को इस बीमारी के विषय मे बताए। भारत मे मनोविज्ञान के बारे मे ज्यादा awareness न होने की वजह से छोटी छोटी दिक्कते बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है और उसका इलाज तब करवाया जाता है जब वो पूरी तरह से मानसिक रोगी बन चुका होता है। तेजाब फेंकना,छोटी छोटी बातों पर बिना बात पर हँगामा खड़ा करना, बेवजह ज्यादा शक करना सब इसी बीमारी के examples है। इस article को पड़ने के बात इसे  जरूर शेयर करे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस बीमारी के बारे मे जान पाये। आप अपने सवाल या सुझाव हमे comments के माध्यम से भेज सकते है।

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