- 02 Feb 2023
- Psy. Neha Sahu
Mere Jeevan Sathi
MERE JEEVANSATHI
à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ अपने जीवनसाथी से à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ जीवन की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ करती है जो समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र हो, सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को शादी के बाद पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¤²à¥‡ ही कम मिले लेकिन अगर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ मे कमी आती है। तो वो टूटने लगती है। शादी के बाद à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का पहला सहारा उसका जीवनसाथी होता है। पति-पतà¥à¤¨à¥€ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤• दूसरे से जà¥à¥œ जाता है, जब वें शादी जैसे पवितà¥à¤° बंधन मे बंधते है तब पà¥à¤°à¥‡à¤® और समà¥à¤®à¤¾à¤¨ दोनों ही उस डोरी की मजबूती कहलाता है। और जब समà¥à¤®à¤¾à¤¨ मे कमी होती ही तो सिरà¥à¤« इंसान ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ रिशà¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ कहीं न कहीं कमजोर पड़ने लगता है। पà¥à¤°à¥‡à¤® की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ ही समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से होती है। किसी के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‡à¤®, समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से होकर ही गà¥à¤œà¤°à¤¤à¤¾ है। पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को अकà¥à¤¸à¤° ये कहते सà¥à¤¨à¤¾ होगा की सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पà¥à¤°à¥à¤· के जीवन मे जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ बन कर आती है, लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ ये सही बात है की सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ अपने जीवनसाथी पर बोठया जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ बनकर आती है। इसका जवाब है, नहीं सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के जीवन मे बोठया जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ बनकर नहीं आती बलà¥à¤•à¤¿ अपने जीवनसाथी की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ को बांटने के लिठउसके जीवन मे आती है। सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¤• पतà¥à¤¨à¥€ से लेकर माठतक और ना जाने कितने किरदारों के साथ अपनी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ को निà¤à¤¾à¤¤à¥€ है। जैसे ही वो à¤à¤• पतà¥à¤¨à¥€ के किरदार में आती है वैसे ही वो à¤à¤• जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° महिला बन जाती है। वह खà¥à¤¶à¥€-खà¥à¤¶à¥€, अपने और अपने रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपने जीवन के निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ की à¤à¤• नई माला सजाती है जिसमे उसकी कà¥à¤› उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¥‹à¤‚ और कà¥à¤› खà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¶à¥‹à¤‚ को पिरोती है। और उसकी यह माला को सजाठरखने के लिठसारी उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¥‡à¤‚ अपने जीवनसाथी से रखती है। सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को पà¥à¤°à¥à¤· से सिरà¥à¤« समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की चाह होती है और वो à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤® से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¥¤
à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ अपने जीवन साथी के साथ कैसे जीवन की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ करती है जानते है à¤à¤• कविता के माधà¥à¤¯à¤® से जिसका शीरà¥à¤·à¤• है मेरे जीवनसाथी
है समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की चाह मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾, तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤°à¤ªà¥‚र दिया करना।
जब à¤à¥€ मै तà¥à¤®à¤¸à¥‡ रूठूठमà¥à¤à¥‡ तोहफे नहीं, मेरे साथ बस कà¥à¤› वकà¥à¤¤ बिता लिया करना।।
मेरी गलतियों को बेशक माफ मत करना, पर नाराजगी à¤à¥€ बहà¥à¤¤ देर मत रखना।
कà¤à¥€ चà¥à¤à¥‡ हमारा बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚, तो बस शालीनता से बता दिया करना।।
मै तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ किसी बात को नकारू, तो दिल पर मत लिया करना।
ना कहने की वजह को तà¥à¤® पूछ जरूर लिया करना।।
हक बेशक है à¤à¤• दूसरे पर हम दोनों को, तà¥à¤® हक से वो हक जता लिया करना।
पर हमारे रिशà¥à¤¤à¥‡ की à¤à¥€ à¤à¤• मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है,तà¥à¤® उस मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ को कà¤à¥€ पार मत करना।।
मै हमेशा समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ रहूà¤à¤—ी हमारे रिशà¥à¤¤à¥‡ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿, तà¥à¤® उस समरà¥à¤ªà¤£ का à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करना।
जो कà¤à¥€ आठदूरियाठहमारे दरमियाà¤, मिल कर उन दूरियों को कम करने का विचार करना।।
है समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की चाह मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ तà¥à¤® मà¥à¤à¥‡ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤°à¤ªà¥‚र देना।
WRITTEN BY- NEHA SAHU