
- 03 Feb 2023
- Psy. Pallavi Mishra
Khayal Aata Hai
लिखने से पहले,
दिल में ख्याल आता है
कि आज कुछ ऐसा लिख जाऊं
जो कली को फूल कर दें
डूबते कश्ती को साहिल से मिला दे
कि आज कुछ ऐसा लिख जाऊं।।
मंद पड़ती सांसों को
जीने की आस जगे,
छिपा हो ऐसा कोई संदेश उनके लिए
जिन्होंने कुछ नायाब खोया है
उन्हें सुकून- ए -हालात मिले।।
लिखने से पहले
दिल में ख्याल आता है
कि आज कुछ ऐसा लिख जाऊं
जिससे हारे मन को
जीतने का आगाज़ मिले।
जो बेचैन करता है ऐसा कुछ बीता
उस गुजरे को पूर्णविराम मिले।
लिखने से पहले
दिल में ख्या़ल आता है
कि आज कुछ ऐसा लिख जाऊं
कि मेहनतकशों को शिरोताज मिले।
लिखने से पहले
दिल में ख्याल आता है
दिल में ख्याल आता है।।