Emotional Abuse
à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• शोषण
शोषण के बारे में बात करते वकà¥à¤¤ हमारे ज़ेहन में सिरà¥à¤« शारीरिक शोषण आता है। शारीरिक शोषण जैसे कि चोट पहà¥à¤‚चाना या यौन शोषण करना। à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• शोषण वो होता है,जब कोई अपने शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से या कà¥à¤°à¥‹à¤§ से आपको तकलीफ पहà¥à¤‚चाता है,या नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करने की कोशिश करता है।
à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• शोषण का नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨
कोई à¤à¥€ रिशà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤¯à¤¾à¤° में ही पनप पाता है। जब कोई कपल साथ में होता है तो वो à¤à¤• दूसरे का खà¥à¤¯à¤¾à¤² रखता है, इजà¥à¤œà¤¤ करता है और ढेर सारा पà¥à¤¯à¤¾à¤° लà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¤¾ है। लेकिन जब रिशà¥à¤¤à¥‡ में ऊपर लिखी हà¥à¤ˆ बातें होने लगे तो इससे कोई à¤à¥€ रिशà¥à¤¤à¤¾ खराब हो सकता है। à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• शोषण न सिरà¥à¤« किसी रिशà¥à¤¤à¥‡ को खोखला बनाता है बलà¥à¤•à¤¿ ये इंसान को अंदर ही अंदर घà¥à¤¨ की तरह खाने लगता है। अगर आपके रिशà¥à¤¤à¥‡ में à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› हो रहा हो तो आप अपने पारà¥à¤Ÿà¤¨à¤° से इस पर खà¥à¤² कर बात करें। अपने दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ और परिवार से मदद लें। थोड़ी सी कोशिशों से अगर रिशà¥à¤¤à¤¾ संà¤à¤² जाठतो अचà¥à¤›à¤¾ है वरना आपको अपने आपको शोषित होने से बचाने के लिठअपने पारà¥à¤Ÿà¤¨à¤° से दूर à¤à¥€ करना पड़ सकता है।
अपने रà¥à¤¤à¤¬à¥‡ और पॉवर का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करते हà¥à¤ किसी को à¤à¥€ मानसिक रूप से पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¥œà¤¿à¤¤ करना आज कल की लाइफसà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤² की बहà¥à¤¤ ही गंà¤à¥€à¤° समसà¥à¤¯à¤¾ है। ऑफिस हो या घर कà¥à¤› लोग हर जगह इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज के शिकार हो जाते हैं। इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज का असर कई बार फिजिकल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज से à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ गहरा होता है। इससे पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इस हद तक अंदर से टूट जाता है जिससे पूरी तरह उबर पाने में उसे बहà¥à¤¤ वक़à¥à¤¤ लगता है। अगर पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सिरà¥à¤« छोटे समयाविधि में इस दौर से गà¥à¥›à¤°à¤¤à¤¾ है तो उसके ठीक होने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बची रहती है लेकिन जो लमà¥à¤¬à¥‡ समय तक इससे पीड़ित रहता है उसकी मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤²à¥‡à¤‚ काफी बॠजाती हैं।
à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• शोषण के लकà¥à¤·à¤£ कà¥à¤¯à¤¾ हैं?
- आपको लगातार कोसना, दोष देना, ताने मारना।
- आप पर चिलà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¾à¥¤
- à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• तौर पर आपसे खà¥à¤¦ को दूर रखना।
- आपको मूरà¥à¤–, मोटे, बदसूरत कहना।
- आपकी जाति, लिंग, उमà¥à¤° या वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त बातों का मज़ाक उड़ाना।
- आपसे à¤à¤¸à¥€ उमà¥à¤®à¥€à¤¦ रखना जो पूरी नहीं हो सकती, आपको ये जताना कि आप कà¥à¤› नहीं कर सकते।
- बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखना या बिलकà¥à¤² धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ ना रखना।
- आपसे ये कहना कि आपको कोई पसंद नहीं करता।
- आपकी दिलचसà¥à¤ªà¥€ में कोई रà¥à¤šà¤¿ ना दिखाना।
- घरेलू हिंसा।
- आपको मारने की धमकी देना।
- मौखिक शोषण ही आगे चलकर शारीरिक शोषण में बदल सकता है, इसीलिठइससे पहले कि हालात बिगड़ जाà¤à¤‚, आप मदद लें।
शारà¥à¤Ÿ टरà¥à¤® रिसà¥à¤ªà¤¾à¤‚स: इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज कई रूपों में हो सकता है और इसका असर à¤à¥€ उसी अनà¥à¤¸à¤¾à¤° होता है। किसी की सरेआम बेइजà¥à¤œà¤¤à¥€ कर देने से या सबके सामने डांट देने से à¤à¥€ कà¥à¤› लोग इतने आहत हो जाते हैं कि वे मानसिक रोग की चपेट में आ जाते हैं
- कनफà¥à¤¯à¥‚जन : बचà¥à¤šà¥‡ हो या बड़े कोई à¤à¥€ जब इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज का शिकार होता है तो वे समठनहीं पाते कि इस सिचà¥à¤à¤¶à¤¨ में कैसे रियेकà¥à¤Ÿ करें और इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का ठीक से सामना नहीं कर पाते हैं। अधिकतर मामलों में वे खà¥à¤¦ को à¤à¤¸à¤¾ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं कि जैसे उनके साथ à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› बà¥à¤°à¤¾ हà¥à¤† ही नहीं है और सब कà¥à¤› जलà¥à¤¦à¥€ ठीक हो जायेगा।
- डर और गिलà¥à¤Ÿ: अधिकांश मामलों में इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज से पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इस सिचà¥à¤à¤¶à¤¨ के लिठखà¥à¤¦ को ही दोषी मानता है। à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को हमेशा पीड़ित करने वाले इंसान से डर लगा हà¥à¤† रहता है। खà¥à¤¦ को दोषी समà¤à¤¨à¥‡ के कारण वे हमेशा गिलà¥à¤Ÿ के साथ जीते हैं जिससे उनके मानसिक सà¥à¤¤à¤° पर बà¥à¤°à¤¾ असर पड़ता है।
- तेज गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾: इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज के शिकार होने वाले लोग तेज गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ दिखाने लगते हैं और जिसने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ परेशान किया है उसको अकेले में गाली देने लगते हैं। कई पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में यह नेचर देखा गया है कि वे पीड़ित करने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की हर बात में नेगेटिव à¤à¤‚गल खोजने लगते हैं और सबसे उसकी बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ करते चलते हैं। à¤à¤¸à¥‡ लोग अकेले में रोने à¤à¥€ लगते हैं।
- आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ में कमी : इन सब चीजों के कारण उनका आतà¥à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पूरी तरह खतà¥à¤® हो जाता है और वे खà¥à¤¦ को किसी काम के लायक नहीं समà¤à¤¤à¥‡ हैं। कà¥à¤› ही दिनों में वे पूरी तरह नकारातà¥à¤®à¤• विचारों से à¤à¤° जाते हैं। à¤à¤¸à¥€ हालत में वे किसी से आंख मिलाने से कतराने लगते हैं और हमेशा खà¥à¤¦ को लाचार महसूस करते हैं। à¤à¤¸à¥‡ मामलों में बचà¥à¤šà¥‡ बड़ो की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ उतà¥à¤¸à¥à¤• रहते हैं और वे ये जाने की कोशिश करते हैं कि उनके आस पास कà¥à¤¯à¤¾ चल रहा है। बचà¥à¤šà¥‡ आस पास की किसी à¤à¥€ चीज को लेकर पूरी तरह कॉंफिडेंट नहीं रहते हैं।
लॉनà¥à¤— टरà¥à¤® इफ़ेकà¥à¤Ÿ: जो बचà¥à¤šà¥‡ लगातार बचपन से ही इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज के शिकार होते रहते हैं उसका उन पर इतना गहरा असर पड़ता है कि वे पूरी जिंदगी इससे उबर नहीं पाते हैं। वही बड़ी उमà¥à¤° वाले लोग इस सदमे को à¤à¥‡à¤² तो लेते हैं लेकिन फिर à¤à¥€ उसके वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में कई बदलाव नज़र देते हैं।
- डिपà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ : जो लोग बहà¥à¤¤ लमà¥à¤¬à¥‡ समय तक à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• रूप से शोषित रहते हैं वे खà¥à¤¦ इतने अकेले पड़ जाते हैं कि किसी à¤à¥€ ज़रूरत या मदद के लिठà¤à¥€ कà¤à¥€ किसी के पास नहीं जाते हैं। उनका ये रवैया उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समाज से पूरी तरह अलग कर देता है जिससे आगे चलकर वे कà¥à¤²à¤¿à¤¨à¤¿à¤•à¤² डिपà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ के शिकार हो जाते हैं। समय के साथ साथ उनकी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ और बदतर होती चली जाती है। बचà¥à¤šà¥‡ इस बीमारी की सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ चपेट में आते हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनका पूरा बचपन और किशोरावसà¥à¤¥à¤¾ इसी दवाब को à¤à¥‡à¤²à¤¤à¥‡ हà¥à¤ बीता है। इसलिठवे अपने आगे की लाइफ में à¤à¥€ किसी के साथ खà¥à¤¶ नहीं रह पाते हैं।
- गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾: कई बार जब आपको परेशान करने वाला शखà¥à¤¸ आपकी आंखों के सामने होता है लेकिन आप उसका कà¥à¤› à¤à¥€ बिगाड़ नहीं पाते हैं तो à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में आप अपना गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ किसी और पर निकालने लगते हैं। यह इमोशनली à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज लोगों के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° का सबसे पà¥à¤°à¤®à¥à¤– लकà¥à¤·à¤£ है। à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में बचà¥à¤šà¥‡ सà¥à¤•à¥‚ल में अपने दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के साथ लड़ाई करने लगते हैं और वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤• लोग ऑफिस में अपने दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर या घर में अपनी वाइफ और पेरेंटà¥à¤¸ पर गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ निकालने लगते हैं। हालांकि इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में à¤à¥€ वे अंदर से डरे हà¥à¤ होते हैं।
- सà¥à¤²à¥€à¤ª डिसऑरà¥à¤¡à¤°: रोजाना अपने बॉस से या किसी और के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पीड़ित होने पर आपकी मनसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ इतनी बिगड़ जाती है कि जब आप सोने जाते हैं तो आपको ठीक से नींद à¤à¥€ नहीं आती है। बचà¥à¤šà¥‡ और वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤• दोनों ही अनिदà¥à¤°à¤¾ जैसी गंà¤à¥€à¤° बीमरियों के शिकार होने लगते हैं।
- à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚जर की तरफ à¤à¥à¤•à¤¾à¤µ: कà¥à¤› मामलों में पीड़ित वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बिना किसी ख़ास वजह के ही पीड़ित करने वाले के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ ही लगाव महसूस करने लगता है और उसकी तरफदारी करने लगता है। यह सबसे खतरनाक सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में किसी तीसरे वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को यह समठमें नहीं आता है कि पीड़ित को कैसे इस सिचà¥à¤à¤¶à¤¨ से बाहर निकला जाà¤à¥¤ बचà¥à¤šà¥‡ खासतौर पर इस समसà¥à¤¯à¤¾ के शिकार हो जाते हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे लगातार इस उमà¥à¤®à¥€à¤¦ में रहते हैं कि सामने वाला कà¤à¥€ उनके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सकरातà¥à¤®à¤• à¤à¥à¤•à¤¾à¤µ दिखाà¤à¤—ा लेकिन अफ़सोस कि कई मामलों में à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› होता नहीं है।
- खà¥à¤¦ को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चाना: जो लोग बहà¥à¤¤ लमà¥à¤¬à¥‡ समय से इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज से पीड़ित रहते हैं वे इस हद तक मानसिक रूप से पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¥œà¤¿à¤¤ हो जाते हैं कि वे खà¥à¤¦ को ही नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चाने लगते हैं। वयसà¥à¤•à¥‹à¤‚ के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ में खà¥à¤¦ को चोट पहà¥à¤‚चाना और आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ की कोशिश करना आम बात हो जाती हैं वहीठछोटे बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¥€ गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ में खà¥à¤¦ को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चाने लगते हैं।
- नशे की लत: कई दिनों तक इस तरह परेशान रहने के बाद विकà¥à¤Ÿà¤¿à¤® अपनी जिंदगी में खà¥à¤¶ होने के दूसरे तरीके खोज लेता है। à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में अधिकतर लोग शराब, डà¥à¤°à¤—à¥à¤¸ और कई बà¥à¤°à¥€ आदतों को अपनाने लगते हैं और उसी में खà¥à¤¦ को वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ रखते हैं। वहीठबचà¥à¤šà¥‡ कम उमà¥à¤° में ही सà¥à¤®à¥‹à¤•à¤¿à¤‚ग और अलà¥à¤•à¥‹à¤¹à¤² का सेवन करना शà¥à¤°à¥‚ कर देते हैं।
- किसी पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ नहीं: बार बार किसी अनà¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¥œà¤¿à¤¤ करने के बाद आदमी इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में पहà¥à¤‚च जाता है कि उसे पूरे समाज से ही à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ उठजाता है। à¤à¤¸à¥‡ लोग फिर ना तो अपने घर वालों की किसी बात का यकीन करते हैं ना ही बाहर किसी दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की बातों पर। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हमेशा à¤à¤¸à¤¾ लगता है कि सामने वाला मदद करने की बजाय उनका कà¥à¤› नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ करना चाहता है। यही रवैया बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¥€ अपनाने लगते हैं और वे à¤à¥€ किसी की बात नहीं मानते ना ही à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ करते हैं।
à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• शोषण से कैसे निपटें???
- इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज से निपटने के लिठसकारातà¥à¤®à¤• सोच रखते हà¥à¤ रिशà¥à¤¤à¥‡ में कड़वाहट आने दिठबिना अपने साथी के साथ नठसिरे से जिंदगी बिताने के लिठतैयार रहें। उससे खà¥à¤² कर बात करें और समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करें।
- अपने पà¥à¤°à¤¤à¤¿ होने वाले वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° के बारे में अपनी नजदीकी दोसà¥à¤¤ या रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° को बताने में हिचकिचाà¤à¤‚ नहीं। जिन लोगों पर आप विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करती हैं, उनका à¤à¤¸à¥‡ समय में पà¥à¤¯à¤¾à¤° व समरà¥à¤¥à¤¨ पाना आपके लिठआवशà¥à¤¯à¤• है। हो सकता है कि वे ही आपको इसका कोई निदान बता दें।
- मानसिक यातना देने वाले साथी की मनोसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को समà¤à¥‡à¤‚। जानें कि वह आपसे किस बात से नाराज या नाखà¥à¤¶ रहता है। समà¤à¤¨à¥‡ की कोशिश करें कि वह आपसे जो अपेकà¥à¤·à¤¾à¤à¤‚ रखता है वे अवासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• तो नहीं है। अगर à¤à¤¸à¤¾ है तो आराम से बैठकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करें।
- इस समसà¥à¤¯à¤¾ से निपटने के लिठकिसी अनà¥à¤¯ माधà¥à¤¯à¤® की तलाश करें। अपनी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं, कà¥à¤°à¥‹à¤§ व दरà¥à¤¦ को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करने के लिठकोई माधà¥à¤¯à¤® ढूंढें। लिखना, पेंटिंग करना, संगीत या नृतà¥à¤¯ जैसे शौक अपनाने से आपको राहत महसूस होगी। इससे आपके दिमाग से दरà¥à¤¦ और तनाव हट जाà¤à¤—ा और साथी के साथ बिताठहà¥à¤ खà¥à¤¶à¤¨à¥à¤®à¤¾ पलों को आप याद कर पाà¤à¤‚गी।
- कई बार जो इंसान इमोशनल à¤à¤¬à¥à¤¯à¥‚ज कर रहा होता है, उसे इस बात का आà¤à¤¾à¤¸ नहीं होता है। बस à¤à¤¸à¤¾ करना उसके वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° का हिसà¥à¤¸à¤¾ होता बन जाता है। à¤à¤¸à¥‡ में उसे आà¤à¤¾à¤¸ कराà¤à¤‚ कि उसके इस तरह वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करने से आपको कितना दà¥à¤– होता है और यह सही नहीं है।
- अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° सहते रहने से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के अंदर आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ की कमी होने लगती है, लेकिन à¤à¤¸à¥‡ में अपने आतà¥à¤®à¤¸à¤®à¥à¤®à¤¾à¤¨ व आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ को बनाठरखना बेहद जरूरी होता है। à¤à¤¸à¥€ गतिविधियां करें जिनसे आपको खà¥à¤¶à¥€ मिलती है। अपनी पà¥à¤°à¤•à¤¿à¤à¤¾à¤“ं और योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखें। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आपके साथ बà¥à¤°à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करने वाला इंसान इस योगà¥à¤¯ नहीं है कि वह आपकी योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं को समठसके।
- खà¥à¤¦ से पà¥à¤¯à¤¾à¤° करें और सबसे अहम अपने समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के साथ समà¤à¥‹à¤¤à¤¾ न करें। अगर हमेशा खà¥à¤¦ में ही गलतियां व कमियां ढूंढ़ते रहेंगे तो नकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ के सिवाय कà¥à¤› हासिल नहीं होगा। अगर आपका साथी किसी तरह से à¤à¥€ समà¤à¤¨à¥‡ को तैयार न हो तो काउंसलर की मदद लें।