Body Positivity

आज कल लोग एक दूसरे  को उनके शारीरिक बनावट व रंग , रूप के आधार पर उनके प्रति अपने मन मे राय बना लेता है व एक दूसरे की आलोचना करता शुरू कर देता  है

इन नेगेटिव कमेंट का इतना बुरा प्रभाव पड़ता है कि व्यक्ति खुद को बदलने मे लग जाता है | जैसे , जहाँ कोई  हमे यहा  कहता है की तुम मोटे हो गए हो डाइटिंग किया करो सावले हो  कुछ करते क्यू नहीं ? पतले  हो खाना नहीं खाते क्या ? आदि हम इन सभी बातों से परेशान  हो जाते है हम खुद को उनके नगरीये  से देखने लगते है व पूरी एनर्जी इस कोशिश मे निकाल देते है की हम सुंदर कैसे दिखे जिससे लोग हमसे प्रभावित होने लगे क्योंकि कही न कही लोगों को निगेटिव कमेन्ट व क्रिटिसिज़म हमारे मन मे हमारे प्रति नेगटिव माइन्डसेट को बिल्डअप करते है हम मानने लगते है अकसेप्ट नहीं करेगा |

पहले के लोग एक दुसरे को उनकी प्रतिभा के आधार पर जानते थे व परखते थे किन्तु आज यदि आप सुन्दर नहीं दिखते तो आपकी कदर नहीं है इसका एक उदाहरण है अभिनय की दुनिया पहले कि फिल्मों मे अभिनेता या अभिनेत्रीय को जिम या डाइटिंग नहीं करते थे व मोटे होते  थे किन्तु उनके अभिनय की प्रतीभा एक्टिंग  प्रभावपूर्ण होती थी की लोगो का उनके शारीरिक सुंदरता या रंग रूप पर ध्यान ही नहीं जाता था किन्तु आज कल अभिनेता और अभिनेत्रीय अपने ऐक्टिंग टैलेंट से ज्यादा अपने लूक पर ध्यान देते है उनकी भी यह एक मजबूरी है क्योंकि जो दिखता है वही बिकता है अगर अपने लूक पे ध्यान नहीं देंगे तो उनको काम नहीं मिकलेगा |

लेकिन बाकी लोग उनसे प्रभावित होके उनके जैसा बनने का प्रयास क्यों करते है लड़के अभिनेताओ से प्रभावित होके जिम जाना शुरू कर देते है तो लड़किया beauty treatment à¤²à¥‡à¤¨à¤¾  à¤¶à¥à¤°à¥‚ कर देती है उन्हे इस चमक – धमक की दुनिया के influence मे आकर खुद को बदलने के स्थान पर खुद से यह सोचे की क्या सही क्या गलत बिना सही – गलत सोचे बगैर किसी के भी Influence à¤®à¥‡ आकर खुद कोए बदलना गलत है ?

कोइ  भी व्यक्ति परिपूर्ण नहीं है हर व्यक्ति मे कुछ न कुछ कमी होती है हम क्यों एक दूसरे की कमियों को स्वीकार  नहीं पाते ?क्यों  à¤¦à¥‚सरों की बातों मे आके खुद को बदलने मे लग जाते है |

अगर ढूँढना ही है तो अपने गुणों को ढूंढो अपने अंदर के टैलेंट को पहचानो और उन पर ध्यान देके उनको और निखरने की कोशिश करो और सफलता के उस शिखर पे पहुचो जहाँ  à¤²à¥‹à¤— तुम्हें तुम्हारे टैलेंट से जाने न की तुम्हारे रंग – रूप से हमारा टैलेंट व हमारे गुण हमे सदा  à¤•à¥‡ लिए खूबसूरत बनाता है शारीरिक सुंदरता को तो एक दिन ढाल जाना है

व्यक्ति की शारीरिक सुंदरता से ज्यादा जरूरी है  व्यक्ति की आन्तीरिक सुंदरता यदि आपका व्यवहार अपने प्रति व  दूसरों के प्रति सुंदर व मधुर होता तो आप खुद ब खुद सुन्दर दिखेंगे |

यहाँ पर अपने प्रति सुन्दर व्यवहार से तात्पर्य इस बात से है की हम खुद को खुद की नजरो से देखे हम जैसे है खुद को वैसा ही  à¤¸à¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤°à¥‡ जिसे कहते है body positivity यानी शारीरिक सकारात्मकता चलिए जानते है body posotivity à¤†à¤–िर है क्या ?        body Positivity à¤®à¥‡à¤‚ हम खुद को स्वयं की कमियों के साथ स्वीकारे |  

अगर आप सावले है तो इस बात पे परेशान होने के स्थान पर ये सोचिए की श्री कृष्ण भी तो सावले थे पर सभी उनसे प्रेम करते थे वो इस लिए नहीं की वह भगवान थे बल्कि इस लिए क्योंकि उनके व्यवहार व उनकी वाणी मे मधुरता थी इस प्रकार हमे भी अपनी वाणी ब अपने व्यवहार मे मधुरता लाने की कोशिस करनी चाहिए न की अपने रंग – रूप को सवारने की ये रंग – रूप तो भगवान की देन है उसका सम्मान करना चाहिए | Body positivity à¤®à¥‡ हम खुद को प्यार  करना सीखते है हम खुद को Impress à¤•à¤°à¤¨à¤¾ सीखते है न की दूसरों को Impress à¤•à¤°à¤¤à¥‡ है किसी भी व्यक्ति के Negative – Comment à¤•à¤¾ खुद पर असर न होने दे | self – confidence à¤¬à¤¨à¥‡ | हर तरह की Body Acceptable  à¤¹à¥ˆ फिर वो हमारी हो या दूसरों की यही है Body Positivity .

 

       आप किस तरह Body Positivity à¤¸à¥€à¤–  à¤¸à¤•à¤¤à¥‡ है चलिए जानते है

·        à¤†à¤ªà¤•à¥‹ हर रोज खुद को यह Affirmation à¤¦à¥‡à¤¨à¤¾ है की हम खूबसूरत है  |

·        à¤²à¥‹à¤— आपके बारे मे क्या सोचते है एस बात से आपको कोई  फर्क नहीं पड़ता |

·        à¤–ुद को व दूसरों को उनकी कमियों के साथ स्वीकारे |

·        à¤–ुद को दूसरो से  compare à¤•à¤°à¤¨à¤¾ बंद करिए |

·        à¤–ुद के आस – पास Positive Environment à¤®à¥‡ रखिए व Negative Talk à¤•à¤°à¤¨à¥‡ वालो से दूर रहे |

·        à¤¦à¥‚सरों को खुल कर Complement à¤¦à¥€à¤œà¤¿à¤¯à¥‡ |

·        à¤¸à¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ बनने का प्रयास करे न की सुन्दर बनने  का |

·        à¤–ुद को pamper à¤•à¤°à¤¿à¤ |

·        à¤…पनी अच्छाइयों को ढूंढिए व उन पर focus à¤•à¤°à¤¿à¤ |

·        à¤–ुद को प्यार करना सीखो |

·        à¤–ुद के प्रति Negative – Talk à¤•à¤°à¤¨à¤¾ बंद करिए |

 

Please love your - self & accept your - self  the way you are

 

“ सम्मान करो तुम अपने तन  à¤•à¤¾ ,  à¤¤à¥à¤® ईश्वर की बनाई एक मूरत हो |

खुद को खुद की नजर से देखो ,  à¤¤à¥à¤® सबसे खूबसूरत हो |     

 

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